‘नरक पालिका’ ऐलनाबाद में आपका स्वागत है.....
बढिय़ा सफाई व्यवस्था के लिए उपमंडल प्रशासन ने दिया था प्रशंसा पत्र
ऐलनाबाद, 18 अगस्त (राधे श्याम)। यदि आपको चारों ओर पड़े गंदगी के ढेर, उन पर मंडराते कीचड़ से भरे सूअर, सड़ांध मारती नालियां, भिनभिनाते मच्छर-मक्खी व टूटी-फूटी गलियां नजर आए तो समझा जाता है कि हम किसी नरक में आ गए हैं। वास्तव में यही हाल पिछले कुछ दिनों से यहां देखने को मिल रहा है। ऐलनाबाद भी किसी नरक से कम नहीं रह गया है। जिसका अंदाजा आप चित्रों को देखकर लगा सकते हैं। नगरपालिका के सफाई कर्मी पिछले कुछ दिनों से अचानक कहीं गायब हो गए हैं जिससे शहर में जगह-जगह यही हाल नजर आता है। कहा जाता है कि कानून अंधा होता है लेकिन यहां तो पूरा प्रशासन ही अंधा हुआ पड़ा है। उपमंडल प्रशासन ने शहर की इस नरकीय स्थिति पर खुश होकर नगरपालिका के सफाई अधिकारी को प्रशंसा पत्र व कईयों ने सफाई कर्मचारियों को नगद ईनामों की घोषणा की। ऐसा नहीं है कि यहां के सफाई कर्मचारी व नगरपालिका के अधिकारी अन्ना हजारे के समर्थन में हड़ताल पर चले गए हैं। वे सभी कागजों में तो ड्यूटी पर तैनात हैं लेकिन वास्तव में कहीं बैठे मौज मस्ती कर रहे हैं। जिसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। इस संबंध में जब पालिकाध्यक्ष रघुबीरसिंह जांगड़ा से बात की गई तो उन्होंने माना कि पिछले कुछ दिनों में सफाई व्यवस्था बिगड़ी है जिसे शीघ्र ही बहाल कर दिया जाएगा
ऐलनाबाद, 18 अगस्त (राधे श्याम)। यदि आपको चारों ओर पड़े गंदगी के ढेर, उन पर मंडराते कीचड़ से भरे सूअर, सड़ांध मारती नालियां, भिनभिनाते मच्छर-मक्खी व टूटी-फूटी गलियां नजर आए तो समझा जाता है कि हम किसी नरक में आ गए हैं। वास्तव में यही हाल पिछले कुछ दिनों से यहां देखने को मिल रहा है। ऐलनाबाद भी किसी नरक से कम नहीं रह गया है। जिसका अंदाजा आप चित्रों को देखकर लगा सकते हैं। नगरपालिका के सफाई कर्मी पिछले कुछ दिनों से अचानक कहीं गायब हो गए हैं जिससे शहर में जगह-जगह यही हाल नजर आता है। कहा जाता है कि कानून अंधा होता है लेकिन यहां तो पूरा प्रशासन ही अंधा हुआ पड़ा है। उपमंडल प्रशासन ने शहर की इस नरकीय स्थिति पर खुश होकर नगरपालिका के सफाई अधिकारी को प्रशंसा पत्र व कईयों ने सफाई कर्मचारियों को नगद ईनामों की घोषणा की। ऐसा नहीं है कि यहां के सफाई कर्मचारी व नगरपालिका के अधिकारी अन्ना हजारे के समर्थन में हड़ताल पर चले गए हैं। वे सभी कागजों में तो ड्यूटी पर तैनात हैं लेकिन वास्तव में कहीं बैठे मौज मस्ती कर रहे हैं। जिसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। इस संबंध में जब पालिकाध्यक्ष रघुबीरसिंह जांगड़ा से बात की गई तो उन्होंने माना कि पिछले कुछ दिनों में सफाई व्यवस्था बिगड़ी है जिसे शीघ्र ही बहाल कर दिया जाएगा